Cash Flow Statement Example Part 3.
पिछली दो Post में हमने DMart के Cash Flow From Operating Activities के बारे में जाना था।
आज हम D’Mart के Cash Flow Statement के बाकि के भाग यानी Investing और Financing Activities के बारे में जानेंगे।
Cash Flow Statement Example Part 3 : Cash Flows From Investing Activities
कंपनी के लिए लम्बे समय के निवेश से जुडी सभी Activities को Investing Activities में लिखा जाता है।
जैसे अगर कंपनी ने कोई नई संपत्ति खरीदी या बेचीं तो इस से जुड़े Cash Flows की Entry यहाँ पर की जाती है।
उदाहरण :
कंपनी ABC ने अपनी एक पुरानी Building 10 करोड़ में बेचीं और नई 15 करोड़ में खरीदी।
ऐसे में यह दोनों ही Entry कंपनी के Cash Flow From Investing Activities में इस तरह होगा :
Disposal of Old Building 10 करोड़ (Inflow)
Purchase of New Building – 15 करोड़ (outflow)
अब हम D’Mart के Cash Flow Statement में से Investing Activities को समझते है।
D’Mart – Cash Flow From Investing Activities :
Investing Activities में पहली Entry है,
1) Proceeds from disposal of property plant and equipment :
इसका मतलब है, की कंपनी को अपनी Property, plant और Equipment बेचकर मिला हुआ पैसा।
अब यह सब बेचने पर कंपनी के पास Cash आएगा।
इस लिए इस राशि को Positive लिखा जाएगा।
D’Mart के लिए यह राशि है, 8.05 करोड़।
इसके बाद है,
2) Realisation from FDs of IPO proceeds :
इसका मतलब है, की कंपनी को IPO Proceeds से वापस मिला पैसा।
यह पैसा कंपनी में अंदर आएगा इस लिए इस राशि को भी Positive लिखा जाएगा।
D’Mart के लिए यह राशि है, 399.14 करोड़ है।
इसके बाद है,
3) Interest Received :
Interest Received यानी कंपनी को अपने निवेश पर मिला हुआ ब्याज।
ब्याज कंपनी के पास आने का मतलब है, कंपनी के पास Cash का आना।
इस लिए इस राशि को भी Investing Activities में Positive लिखा जाएगा।
DMart को इस साल 39.22 करोड़ का ब्याज मिला है।
इस लिए इसमें 39.22 करोड़ को Positive लिखा गया है।
अगला है,
4) Gain on Sale of Investments :
जब भी कंपनी लम्बे समय के बाद निवेश के लिए खरीदी हुई संपत्ति को बेचते है, तो उसमे कंपनी को नुकसान या लाभ हो सकता है।
इन दोनों की भी Entry यहाँ पर की जाती है।
DMart के लिए Gain on Sale of Investments लिखा है, यानी उसे संपत्ति बेचकर लाभ मिला है।
बेचने पर कंपनी के पास उतनी राशि आती है, इस लिए इसे भी Positive लिखा जाता है।
DMart के लिए यह राशि 10.08 करोड़ है।
इसके बाद है,
5) Rent Received :
Rent Received का कंपनी ने अपनी किराए पर दी हुई कोई संपत्ति से मिला हुआ किराया।
किराया Cash के रूप में ही आता है, इस लिए इसे भी Positive ही लिखा जाता है।
D’Mart के लिए यह राशि है, 5.27 करोड़ की।
अगला है,
6) Purchase of Property, Plant and Equipment/ Intangible Assets/ Investment Properties :
अगर कंपनी ने लम्बे समय के निवेश के लिए कोई संपत्ति खरीदी है, तो उसकी Entry भी Investing Activities में ही आएगी।
अब कोई चीज़ खरीदने पर पैसा देना पड़ेगा इस लिए इस प्रक्रिया में कंपनी के पास से पैसा बहार जाएगा।
जिस से इस Entry को Negative लिखा जाएगा।
D’Mart के लिए यह राशि है, 1379.98 करोड़।
Investing Activities में आखरी है,
7) Investment in Subsidiaries :
कई बार कंपनियां अपनी Subsidiaries में निवेश करती है।
इस राशि की Entry भी Investing Activities में की जाएगी।
निवेश करने से कंपनी में से पैसा बहार जाएगा इस लिए इस राशि को Negative लिखा जाएगा।
D’Mart के लिए यह राशि है, 82.50 करोड़।
इन सभी Activities को मिलाकर मिलता है, Net Cash Flow From Investing Activities.
D’Mart के लिए यह राशि है, 1000.72 करोड़ की जो की Negative है।
यानी Investing Activities में कंपनी का Cash खर्च हुआ है, जो बहुत अच्छी बात है।
इसका मतलब है, कंपनी भविष्य के लिए निवेश कर रही है।
अब हम D’Mart के Cash Flow Statement की Financial Activities के बारे में जानेंगे।
Cash Flow Statement Example Part 3 : Cash Flows From Financing Activities
हम जानते है, की कंपनी अपने व्यापार के लिए शेयर बेचकर , Bank से क़र्ज़ ले कर या Debentures जारी कर के पैसा जुटाती है।
इन सब से जुडी Activities की Entry Cash Flow From Financing Activities में की जाती है।
D’Mart – Cash Flow From Financing Activities:
इसमें पहला है,
1) Proceeds from Long-term Borrowings :
अगर कंपनी लम्बे समय का क़र्ज़ लेती है, तो उसकी Entry यहाँ पर होती है।
क़र्ज़ लेने से कंपनी के पास पैसा आएगा इस लिए इस राशि को Positive लिखा जाता है।
DMart के लिए Proceeds from Long-term Borrowings है, 150 करोड़।
इसके बाद है,
2) Proceeds from short-term borrowings :
अगर कंपनी 1 साल से कम समय के लिए क़र्ज़ लेती है, तो उसकी भी Entry यहाँ पर होती है।
लम्बे समय का क़र्ज़ हो या कम समय का क़र्ज़ क़र्ज़ लेने से कंपनी में पैसा आता ही है।
इस लिए इसे भी Positive ही लिखा जाता है।
D’Mart के लिए यह राशि है, 50 करोड़ की।
3) Proceeds of Commercial Papers :
कंपनी द्वारा इशू किए जाने वाले Commercial Papers के Cash Flow की Entry भी यही की जाती है।
इस प्रक्रिया से भी कंपनी के पास पैसा आता है, इस की राशि को भी Positive ही लिखा जाता है।
D’Mart के लिए यह राशि है, 786.52 करोड़ की।
4) Repayment of Long Term Borrowings :
लंम्बे समय के क़र्ज़ लेने की Entry की तरह Repayment की Entry भी यही होती है।
Repayment से कंपनी में पैसा कम होता है, इस लिए इस राशि को Negative लिखा जाता है।
DMart ने 16 करोड़ की Long Term Borrowings का Repayment किया है।
5) Repayments of Non-Convertible Debentures :
Non-convertible Debentures के बारे में हम पहले ही जान चुके है।
यह वैसे Debentures होते है, जो शेयर में Convert नहीं होते।
इनका Repayment करना पड़ता है।
DMart ने इस साल 170 करोड़ के Non-Convertible Debentures का Repayment किया है।
6) Repayment of Short Term Borrowings :
DMart ने इस साल कम समय के लिए लिए हुए 4.55 करोड़ के क़र्ज़ का भुगतान कर दिया है।
इस लिए इतनी राशि को Negative लिखा गया है।
इसके बाद है,
7) Repayment of Commercial Paper :
D’Mart ने कुछ Commercial Papers इशू किए है, और पहले के कुछ Commercial Papers का Repayment किया है।
यह राशि है, 540.99 करोड़ की।
इस लिए इस राशि को Negative लिखा गया है।
अगला और आखरी है,
8) Interest Paid :
कंपनी अपने क़र्ज़ के ब्याज का भुगतान करती है, इसे भी Financing Activities में सामिल किया जाता है।
DMart ने इस साल 50.94 करोड़ के ब्याज का भुगतान किया है, इस लिए इस राशि को भी Negative लिखा गया है।
इन सभी को मिलाकर Net Cash From Financing Activities होता है, 204.04 करोड़।
अब इन तीनो Activities से मिले हुए या उपयोग हुए Cash को मिलाने से बनता है, Net Increase in Cash & Cash Equivalent.
D’Mart के लिए यह राशि है, 56.10 करोड़।
यानी इस पुरे साल में DMart के पास 56.10 करोड़ का Cash आया है।
अब साल की शुरुआत में उसके पास 64.01 करोड़ का Cash था।
जो अब साल ख़तम होने के बाद 120.11 करोड़ हो गया है।
वैसे तो यह राशि 120.23 करोड़ होती लेकिन 0.12 करोड़ का बैंक का Overdrawn था जो की पहले से ही Other Current Financial Liabilities में आ चूका है।
Overdrawn का मतलब बैंक में balance से ज्यादा पैसो का उपयोग करना जैसे Overdraft होता है, वैसे ही।
निष्कर्ष :
तो दोस्तों यह था D’Mart Cash Flow Statement Example Part 3 .
जिसमे हमने उसकी Investing और Financing Activities में आए या उपयोग हुए Cash के बारे में जाना।
उम्मीद करता हु यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई होगी।
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