DMART CASH FLOW STATEMENT
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Cash Flow Statement Example.

पिछली Post में हमने Cash Flow Statement को XYZ कंपनी के उदाहरण से समझा था।

अब Cash Flow Statement को एक Real Example के द्वारा समझेंगे।

जिस से हम Cash Flow Statement और उसमे कैसे Cash Flow की गणना होती है वह अच्छी तरह से समझेंगे।

 

D’Mart Cash Flow Statement Example :


हमने Profit & Loss Statement और Balance Sheet दोनों ही DMart के उदाहरण से समझा था।

वैसे ही हम Cash Flow Statement भी हम D’Mart के Cash Flow Statement के Example से समझेंगे।

हमने पिछली पोस्ट में समझा की Cash Flow Statement में कंपनी की सभी Activity को तीन भाग में बांटा जाता है।

  1. Cash Flow From Operating Activity
  2. Cash Flow From Investing Activity
  3. और Cash Flow From Financing Activity

इस लिए D’Mart के Cash Flow Statement को भी हम इन तीन भाग में ही समझेंगे।

 

1) Cash Flow From Operating Activity :


यहाँ पर मैंने D’Mart के Cash Flow Statement का पहला भाग यानी Cash Flow From Operating Activity लिया है।

Cash Flow Statement Example


हम एक एक कर के सभी Entry को जानेंगे।

सबसे पहली Entry है, Profit Before Tax की।

XYZ के उदहारण में हमने सीधा Profit Before Tax लेने के बजाए Revenue और Expenses लिए थे।

लेकिन यहाँ पर वो दोनों को लेने के बजाए सीधा Profit Before Tax ही ले लिया है।

जो की गलत नहीं है।

Profit Before Tax की राशि Profit & Loss Statement में से ली जाती है।

यह राशि DMart के लिए है 1447.64 करोड़।

अब पैसा कंपनी में आने की वजह से इसे Positive लिखा जाएगा इस लिए Profit Before Tax की Entry होगी 1447.64 करोड़

इसके बाद है,

 

Depreciation and Amortization Expenses :

हम यह जानते है की Depreciation और Amortization दोनों ही Non Cash Expenditure है।

यानी इनको खर्च में गिना जाता है, लेकिन इसके लिए सीधा पैसा किसी को देना नहीं होता।

जैसे अगर आपने आज कोई मशीन 1 लाख की खरीदी तो उसकी कीमत 2 साल बाद 1 लाख नहीं उस से कम हो जाएगी।

तो इस तरह कीमत कम हो जाने को Depreciate होना कहते है।

और अगर कोई ऐसी संपत्ति जिसे छुआ नहीं जा सकता जैसे Software,या TradeMark, Patents की कीमत कम हो जाने को Amortization कहते है।

अब यह कम हुई कीमत सीधी तो किसी को देनी नहीं होती लेकिन यह खर्च तो हे ही।

इस लिए Profit Before Tax में Depreciation और Amortization पहले से ही घटाया हुआ होता है।

लेकिन इन से Cash में कोई फर्क नहीं पड़ने की वजह से इस खर्च में पैसा कंपनी के बहार नहीं जाता।

इस लिए इन खर्च को Positive लिखा जाता है।

D’Mart के लिए यह खर्च है, 198.80 करोड़

इसके बाद है,

 

Finance Cost :


Finance Cost का यहाँ पर मतलब है Interest जो कंपनी को देना है।

यह भी एक Financing Activities से जुड़ा हुआ है।

लेकिन Profit Before Tax में यह पहले से ही घटाया गया ही है।

इस लिए इसे भी Operating Activities में फिर से जोड़ कर Financing Activities में से घटाया जाता है।

इसके बाद है,

 

Interest Income :

यह Interest Income कंपनी के किसी प्रकार के निवेश से मिलती है।

और इसे Profit & Loss Statement में Revenue के साथ जोड़े जाने की वजह से Profit Before Tax में यह सामिल होती है।

लेकिन यह सीधे ही कंपनी के व्यापार से नहीं जुडी लेकिन निवेश से जुडी होती है।

इस लिए इसे Operating Activity में से घटा कर Investing Activity में लिखा जाता है।

DMart के लिए यह Interest Income है 25.84 करोड़

जब हम Cash Flow From Investing Activity के बारे में बात करेंगे तब वह आएगी।

इसके बाद है,

 

Profit On Sale of Investment :

यह भी एक निवेश से जुडी हुई Income है।

और P & L Statement में यह भी सामिल की जाती है।

इस लिए इसे भी Operating Activity में से घटा कर Investing Activity में जोड़ा जाता है।

D’Mart के लिए यह Profit है, 10.08 करोड़

अगला है,

 

Expense on employee stock option scheme (ESOP) :


ESOP यानी Employee Stock Option एक लाभ है, जो कंपनी अपने Senior Employees को देती है।

इस सुविधा में कंपनी अपने शेयर किसी निश्चित समय के बाद एक निश्चित किमत में इशू करने का विकल्प देती है।

जैसे कंपनी ABC ने अपने कुछ Employees को अपने शेयर 50 रुपए प्रति शेयर के दाम पर खरीदने का विकल्प दिया है।

अब निश्चित समय के बाद जब उसके Employees चाहे तब कंपनी उन्हें यह शेयर इशू करेगी।

इस से Employees को लाभ होता है, क्युकी जब बाजार में इसके शेयर की बहुत अच्छी किमत चल रही होती है तब भी उन्हें ABC के शेयर 50 रुपए में ही मिलेंगे।

यानी अगर बाज़ार में ABC के शेयर की किमत 100 रुपए हो तब भी उन्हें यही शेयर कंपनी 50 रुपए में इशू करती है।

ऐसे में Employees चाहे तो वह शेयर कंपनी से खरीदकर बाज़ार में बेचकर मुनाफ़ा कमा सकते है।

अब इस नए शेयर इशू करने में कंपनी को सीधा सीधा Cash के रूप में खर्च नहीं आता।

इस लिए इस को भी Non Cash Expenditure कहते है।

और इसे भी Operating Activities में Positive लिया जाता है।

D’Mart के लिए यह राशि है 16.61 करोड़ की।

ESOP के बारे में ज्यादा जानकारी यहाँ से ले : ESOP

अब इसके बाद है,

 

Rent Income :


Rent Income यानी कंपनी ने कोई चीज़ किराए पर दी है, तो वह आया हुआ किराया।

यह किराया भी सीधे कंपनी के व्यापार से नहीं जुड़ा बल्कि निवेश से जुड़ा है।

लेकिन यह भी कंपनी के Profit Before Tax में Other Income में जोड़ा गया था।

इस लिए इसे भी Operating Activities में से घटा कर Investing Activities में जोड़ा जाता है।

D’Mart के लिए यह राशि है, 5.72 करोड़

इसके बाद है,

 

Gain or Loss on disposal of property plant and equipment (net) :

यानी इन सब को मिलाकर बनता है,

Operating profit before working capital changes .

Cash Flow Statement Example


यानी कंपनी का Operating Profit लेकिन Working Capital के बदलाव से पहले।

D’Mart के लिए यह राशि है, 1667.55 करोड़

कंपनी के Current Assets और Current Liabilities में हुए बदलाव भी Operating Activity ही कहलाते है।

इस लिए अगली Post में हम बाकि के Operating Activity के भाग में हम इनसे जुडी हुई Activities देखेंगे।

तो दोस्तों यह था D’Mart के Cash Flow Statement का एक भाग।

उम्मीद करता हु दोस्तों की यहाँ तक आपको Cash Flow Statement का Example समझ आ गया होगा।

By Gaurav

Gaurav Popat एक निवेशक, ट्रेडर और ब्लॉगर है, जो की शेयर बाज़ार मे बहुत रुचि रखता है। वह साल 2015 से शेयर बाज़ार मे है। पिछले 7 साल मे खुद अलग अलग जगह से सीख कर और अनुभव के आधार पर शेयर बाज़ार और निवेश के विषय मे यहा पर जानकारी देता है।