क्या आप जब छोटे थे तब जितने रुपए में 1 किलो आलू मिलते थे, क्या आज भी उतने ही रुपए में 1 किलो आलू मिलता है ?
यकीनन नहीं मिलता होगा।
तो इतने वर्षो में ऐसा क्या हुआ की वही एक किलो आलू की किमत आज बहुत ज्यादा बढ़ गई ?
यह सब Inflation यानी मुद्रास्फीति का खेल है।
क्या है इन्फ्लेशन ? (Inflation Meaning in Hindi)
इन्फ्लेशन का मतलब है मुद्रास्फीति यानी मुद्रा (Currency) का बढ़ना।
इसे एक उदहारण के जरिए अच्छी तरह से समझा जा सकता है।
साल 1996 में 10 ग्राम (1 तोला) सोने का दाम 5100 के करीब था, और आज सितंबर 2020 में 10 ग्राम (1 तोला) सोना 50000 के करीब है।
अगर आप 50000 रुपए से 1996 में सोना खरीदते तो आपके पास लगभग 10 तोला (100 ग्राम) सोना आता। जबकी आज आप 50000 रुपए से सोना खरीदने जाएंगे तो आपको ज्यादा से ज्यादा1 तोला सोना मिलेगा।
तो इन 24 साल में 50 हजार रुपए की चीज़े खरीदने की शक्ति (Purchasing Power) बहुत कम हो गई है।
इसे मुद्रास्फीति कहते है।
आपने कई बार बुजुर्गो को कहते हुए सुना होगा की हम जब छोटे थे तब 1 रुपए में तो 4-5 दिन का राशन आ जाता था।
लेकिन अब तो 1000 रुपए में भी उतना राशन नहीं आता है।
यह भी मुद्रास्फीति का ही उदहारण है।
मुद्रास्फीति की वजह से किसी भी देश की करंसी (मुद्रा) की चीज़े खरीदने की शक्ति कम हो सकती है।
इस मुद्रास्फीति का असर देश के लगभग सभी वर्गों पर पड़ता है।
क्युकी खाने पीने जैसी सामान्य जरूरत की वस्तुओं से लेकर सौख और विलासिता की चीजे सभी को खरीदने के लिए ज्यादा पैसा लगता है।
Inflation या मुद्रास्फीति को एक तरह से सामान्य भाषा में महंगाई बढ़ जाना ऐसा कह कर भी समझा जा सकता है।
आइए अब जानते है की Inflation Meaning in Hindi
Inflation या मुद्रास्फीति का कारण क्या है ?
मुद्रास्फीति होने या फिर Inflation के मुख्य तीन कारण हो सकते है।
- ब्याज दर कम होना
- चीज़ो की सप्लाई या आपूर्ति कम होना।
- तंत्र में ज्यादा पैसा आना।
1. ब्याज दर कम होना :
देश में ब्याज दर कम होने के कारण लोगो को ज्यादा ब्याज देना नहीं पड़ता।
इस वजह से ज्यादा लोग बैंक से लोन ले लेते है और जिसकी बहुत जरुरत न हो वैसी चीज़े भी खरीदने लग जाते है।
जिस से बाजार में उन चीज़ो की खपत (डिमांड) बढ़ जाती है, और किसी भी चीज़ की खपत होने पर साधारण बात है की उसका दाम बढ़ेगा। Inflation Meaning in Hindi
और दाम बढ़ने से पहले जितने ही पैसो में कम चीज़े खरीद सकते है।
2. चीज़ो की सप्लाई या आपूर्ति कम होना :
अगर किसी वजह से बाजार में किसी चीज़ो की सप्लाई या आपूर्ति कम हो जाती है,
तो डिमांड यानि खपत तो उतनी ही है, जिस से उस चीज़ के दाम बढ़ जाते है।
जैसे किसी बाजार में किसी वजह से कोई सामान प्रोडक्ट बनाने वाली तीन कंपनी में से एक बंध हो जाए तो ?
निश्चित तौर पर उस प्रोडक्ट या वस्तु का दाम बढ़ जाएगा। Inflation Meaning in Hindi
3. तंत्र में ज्यादा पैसा आना :
मुद्रास्फीति या Inflation का तीसरा कारण है, सरकार द्वारा ज्यादा पैसा तंत्र में भेजना।
जब कोई सरकार या अधिकृत बैंक देश में ज्यादा पैसा छापती है, तब लोगो के हाथ में ज्यादा पैसा आता है।
ज्यादा पैसा आने से लोगो का यह स्वाभाव है की वह बढे हुए पैसो को भी खर्च करना चाहेंगे।
जिसके कारण बहुत सी चीज़ो की डिमांड बढ़ेगी और उस से उन चीज़ो का दाम बढ़ेगा।
उदहारण से समझिए। Inflation Meaning in Hindi Inflation Meaning in Hindi
अगर किसी देश में कुल मिला कर बस 10 हजार रुपए ही है जिनसे ही सभी लोग एक दूसरे की वस्तुए खरीद रहे है।
अब अगर उस देश में 10500 रुपए आ जाते है, तो लोग उस अधिक 500 रुपए को भी खर्च करना चाहेंगे।
जिस से चीज़ो की खपत बढ़ेगी और उस से चीज़ो के दाम बढ़ेंगे।
Inflation या मुद्रास्फीति पर नियंत्रण कौन करता है ?
भारत में Inflation पर नियंत्रण RBI द्वारा किया जाता है।
आपने सुना होगा की RBI द्वारा समय समय पर ब्याजदर बढाया और घटाया जाता है।
यह ब्याजदर बढ़ने और घटने से Inflation पर काबू किया जा सकता है।
जब RBI को यह पता चलता है की इस बार महंगाई सामान्य से अधिक बढ़ रही है, तब वह ब्याज दर बढाती है।
ब्याज दर बढ़ाने से कम लोग लोन लेंगे और लोगो के पास पैसा कम आएगा जिस से चीज़ो की खपत बहुत नहीं बढ़ेगी।
और खपत न बढ़ने से महंगाई कम हो जाएगी। Inflation Meaning in Hindi
तो फिर RBI द्वारा सीधे ही ब्याज दर को बहुत बढ़ा कर महंगाई कम क्यों नहीं किया जाता ?
यहां पढ़े : CAGR का मतलब क्या है ?
ऐसा नहीं कर सकते क्युकी किसी भी देश के विकास के लिए थोड़ी बहुत महंगाई जरुरी भी है।
अगर महंगाई ख़त्म हो जाएगी तो देश का विकास नहीं होगा।
उम्मीद करता हु दोस्तों की आपको Inflation Meaning in Hindi के बारे में समझ आ गया होगा।
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