Inventory Turnover Ratio in Hindi
4.6/5 - (33 votes)

Inventory Turnover Ratio in Hindi

अब तक हम बहुत से Ratios के बारे में जान चुके है, जो हमें कंपनी के बारे में अलग अलग जानकारी देते है।

आज हम दो और Ratio के बारे में जानेंगे जो है, Inventory Turnover Ratio और Inventory Number of Days.

 

1) Inventory Turnover Ratio (Inventory Turnover Ratio in Hindi)


Profit & Loss Statement को समझते वक्त हमने Inventory के बारे में बात की थी।

हमने जाना था की Inventory का मतलब है, कंपनी ने बेचने के लिए बनाई हुई या खरीदी हुई Products जो अब तक बिकी न हो वह।

सभी कंपनियां एक बार में कुछ Products साथ में बनाती है।

जिसमे से कुछ Products वो अपने Showroom या Store में रखती है।

और बाकि की अपने Warehouse में रखती है। Inventory Turnover Ratio in Hindi

यह Products जब तक बिक नहीं जाती तब तक कंपनी का पैसा उसमे ही निवेशित रहता है।

और तब तक वह नई Products नहीं बना सकती।

इस लिए हमारा यह जानना बहुत जरुरी है, की कंपनी एक साल में कितनी बार अपनी Products बेचकर पैसा कमा लेती है।

जितनी ज्यादा बार वह अपनी Products बना कर बेच देगी उतना ही ज्यादा वह मुनाफा कमा सकेगी।

कितनी बार अपनी Products को पैसे में बदल पाती है, उसे ही Inventory Turnover Ratio कहते है।

यह Ratio जितना ज्यादा कंपनी उतना ही ज्यादा जल्दी कंपनी मुनाफा कमा रही है।

और एक निवेशक के लिए यह कंपनी उतनी ही अच्छी। Inventory Turnover Ratio in Hindi

हलाकि अलग अलग प्रकार की Industries में कंपनीओ के लिए यह Ratio अलग अलग होता है।

उदाहरण के तौर पर कोई मिठाई बेचने वाले की मिठाई 1 – 2 दिन में ही बिक जाती है।

लेकिन Laptop बेचने वाली कंपनी 1 – 2 दिन में Laptop नहीं बेच पाती।

इस लिए दो अलग अलग Industries की कंपनीओ के बीचमे इस Ratio से तुलना करना सही नहीं है।

 

Inventory Turnover Ratio Formula:

 

हमने इस Ratio के बारे में तो समझ लिया अब यह जानते है, की Inventory Turnover Ratio Formula क्या है ?

Inventory Turnover Ratio = Cost Of Goods Sold / Average Inventory

Cost of Goods Sold का मतलब है, कंपनी को Products बनाने में कितना खर्च आया।

यह जानकारी हमें कंपनी के Profit & Loss Statement में से मिलती है। Inventory Turnover Ratio in Hindi

Average Inventory के लिए पिछले साल और इस साल की Inventory का Average लेना पड़ता है।

उदाहरण के तौर पर D’Mart के लिए,

Inventory Turnover Ratio


Cost of Goods Sold = Purchase of Stock in Trade + Contract Labour Charges + Rent + Electricity and fuel Charges

Cost of Goods Sold = 17409.12 + 404.26 + 65.64 + 150.20 = 18029.22 करोड़

इस साल और पिछले साल की Inventory 1576.22 करोड़ और 1147.04 करोड़ है।

Inventory Turnover Ratio = 18029.22 / 1147.04 = 15.71 = 16

यानि D’Mart एक साल में 16 बार अपनी Inventories को पैसो में बदल देता है।

जो की बहुत अच्छी बात है। Inventory Turnover Ratio in Hindi

अब हम जानते है,

 

2) Inventory Number of Days:


जैसे हमने बात की जितनी ज्यादा बार कंपनी अपनी Products बना कर बेचती है, उतना ही कंपनी के लिए अच्छा।

अब अगर हमें यह जानना हो की कंपनी अपनी Products कितने दिन में बेच देती है, तो ?

इसी को Inventory Number of Days कहते है। Inventory Turnover Ratio in Hindi

Inventory Turnover Ratio


Inventory Number of Days जितने कम उतना ही कंपनी के लिए अच्छा।

क्युकी उतने ही कम दिनों में कंपनी अपनी Products बेच देती है।

जो कंपनी के लिए बहुत लाभ कारी है।

उदाहरण के तौर पर दो समान Industry की कंपनियां ABC और DEF के लिए Inventory Number of Days 10 दिन और 15 दिन है।

यानी पहली कंपनी 10 दिन में अपनी Products बेच देती है, जबकि दूसरी 15 दिन में।

जिस से इस जानकारी के अनुसार कंपनी ABC का यह एक Positive Point है। Inventory Turnover Ratio in Hindi

इस लिए अगर बाकि के Fundamentals में ज्यादा फर्क नहीं है, तो हम ABC कंपनी में निवेश को प्राथमिकता दे सकते है।

हा लेकिन सिर्फ इन दोनों Ratio के अनुसार ही किसी भी कंपनी में निवेश नहीं किया जा सकता।

इसके अलावा भी बहुत सी चीज़े देखनी पड़ती है।

 

D’Mart के लिए :


Inventory Number of Days = 365 / 16 = 22.81 = 23 days

यानि हर 23 दिन में D’Mart अपनी खरीदी हुई Products बेच देता है।

यह बहुत अच्छी बात है। Inventory Turnover Ratio in Hindi

तो दोस्तों यह थी Inventory Turnover Ratio और Inventory Number of Days के बारे में जानकारी।

उम्मीद करता हु आपके लिए यह जानकारी उपयोगी साबित होगी।

ऐसी ही जानकारी सीधे अपने Email पर Free में पाने के लिए हमारे Free Weekly Newsletter को जरूर Subscribe करे।

Disclaimer : यहाँ पर दिया गया D’Mart का उदाहरण सिर्फ आपको समझाने के लिए ही था।

में कोई निवेश सलाहकार नहीं हु इस लिए कोई भी निवेश अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह पर ही करे।

Attribution : Thumbnail image is from – www.freepik.com

By Gaurav

Gaurav Popat एक निवेशक, ट्रेडर और ब्लॉगर है, जो की शेयर बाज़ार मे बहुत रुचि रखता है। वह साल 2015 से शेयर बाज़ार मे है। पिछले 7 साल मे खुद अलग अलग जगह से सीख कर और अनुभव के आधार पर शेयर बाज़ार और निवेश के विषय मे यहा पर जानकारी देता है।