Pledging of shares kya hai
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Pledging of Shares kya hai

Fundamental Analysis की Series में हम बहुत सारी चीज़ो के बारे में जान चुके है।

लेकिन इन में सबसे जरुरी चीज़ जो हमें किसी भी कंपनी के बारे में जाननी चाहिए वह है Promoter Share Pledging.

इसके बारे में जानने से पहले हम यह जान लेते है, की

 

Promoter कौन होता है ?


किसी भी कंपनी का Promoter का मतलब है उसका मालिक।

ये वो व्यक्ति होता है, जिसके द्वारा वह कंपनी शुरू हुई थी। Pledging of Shares kya hai

यानी उस कंपनी को शून्य से शुरू कर के उतनी बड़ी बनाने के पीछे जो व्यक्ति होता है वही Promoter होता है।

आम तौर पर किसी भी कंपनी में सबसे बड़े शेयर धारक खुद Promoters ही होते है।

जैसे D’Mart को शुरू करने वाले श्रीमान राधाकिसन दामानीजी के पास D’Mart के Total Shares का 38.41 % हिस्सा है।

 

Pledging of Shares

 

इसके अलावा उनके परिवार तथा और कुछ Group के पास मिलकर कुल Promoter Holding है, 81.20 % .

किसी भी कंपनी में Promoter Holding जितनी ज्यादा उतना ही ज्यादा Promoter की Wealth Company के साथ जुडी हुई होती है।

इस लिए Company जितना ज्यादा मुनाफ़ा कमाएगी उसके साथ ही Promoter की Wealth भी उतनी ही बढ़ेगी।

जिस से Promoter उस company को आगे बढ़ाने में बहुत मेहनत करेंगे।

इस से आखिर में उस Company के निवेशकों को भी लाभ है। Pledging of Shares kya hai

इस लिए हमें किसी भी कंपनी के शेयर में निवेश करने से पहले उसमे Promoter Holding जरूर देख लेनी चाहिए।

लेकिन सिर्फ Promoter Holding उस कंपनी में उस कंपनी में Promoter की असली हिस्सेदारी की जानकारी नहीं देती।

सही जानकारी के लिए हमें Pledged Shareholding देखनी चाहिए।

लेकिन इसके बारे में जानने से पहले हम जान लेते है की,

 

Pledging of Shares kya hai?


Pledging of Shares का सीधा सीधा मतलब है, Share को गिरवी रखना।

कई बार कंपनीओ के Promoter कंपनी के लिए या खुद के निजी उपयोग के लिए Bank या किसी Lender से क़र्ज़ लेना चाहते है।

जिसके बदले में उनको कुछ न कुछ गिरवी रखना पड़ता है।

जैसे अभी Gold Loan के बहुत से विज्ञापन आ रहे है। Pledging of Shares kya hai

तो Gold Loan का मतलब है आपके सोने को गिरवी रख कर ली हुई Loan या क़र्ज़।

इसमें आपका सोना क़र्ज़ देने वाले के पास गिरवी रहता है,जिसे आप क़र्ज़ वापस करने पर छुड़ा सकते है।

कुछ चीज़ गिरवी रखने का कारण यह है, की अगर क़र्ज़ लेने वाले ने अपना क़र्ज़ नहीं चुकाया तो क़र्ज़ देने वाला उस चीज़ को बेचकर अपना पैसा वापस जुटा सकता है।

कई बार Promoter क़र्ज़ लेने के लिए अपनी कंपनी में खुद की हिस्सेदारी में से कुछ शेयर गिरवी रख देते है।

अब इस गिरवी रखे शेयर को ही Pledged Share कहते है।

और जब यह क़र्ज़ वो वापस चूका दे तब वह शेयर फिर से Promoter को मिल जाता है।

एक निवेशक के तौर पर हमें किसी कंपनी में सिर्फ उसकी Promoter Holding नहीं बल्कि Pledged Shareholding देखनी चाहिए।

 

Pledged Shareholding जानना क्यु जरुरी है ?


इसका कारण एक उदाहरण से समझते है।

जैसे Company A के Promoter ने अपने शेयर में से 1000 शेयर जिनकी किमत उस वक्त 200 रुपए थी उनको गिरवी रखा।

Pledging of Shares

और उसके बदले में उसे 2 लाख रुपए का क़र्ज़ मिल गया।

अब इसकी जानकारी उसे जिस Stock Exchange में वह कंपनी लिस्टेड है (NSE और BSE) , उसको देनी पड़ती है।

जिस से लोगो को पता चल जाता है की Company A के Promoter ने अपने 1000 Share गिरवी रखे है।

और यह Company Listed company होने से लोगो को यह बात जानना भी जरुरी है।

इस कारण लोगो को पता चलता है, की Company A के पास पैसो की कमी है, जीस से शायद वह भविष्य में अच्छा व्यापार न कर पाए।

इस वजह से लोग उस शेयर को बेचने लगते है। जिस से उस शेयर में भारी बिकवाली आती है और उसका दाम गिरने लगता है।

अब जब ऐसा होता है की उस शेयर की किमत 200 में से 190 हो जाती है, तब Company A के शेयर जिसने गिरवी रखे है वह तनाव में आ जाते है।

और वे Promoter से 10 हजार रुपए देने या फिर और 53 शेयर गिरवी रखने को कहते है।

जिस से Pledging of Shares बढ़ जाती है।

और यह जानकारी भी Stock Exchange को देनी पड़ जाती है, जिस से लोगो को भी यह बात पता चल जाती है।

जिस से शेयर फिर गिरने लगता है।

यह एक Trap की तरह Promoter को फसाता रहता है।

जिस से उस कंपनी के निवेशक को भी बहुत नुकसान हो सकता है।

यहाँ पढ़े : शेयर बाजार में नुकसान से कैसे बचे ?

इस लिए हमें Promoter की Pledged Shareholding भी जानना बहुत जरुरी है।

 

कैसे जाने Pledging of Shares ?


Pledging of Shares के बारे में आप बहुत सी जगहों से जान सकते है।

लेकिन यहाँ पर मैंने Moneycontrol से Jubilant Foodworks की Pledged Shareholding के बारे में जाना है।

Pledging of Shares

 

जिसमे आप देख सकते है, की Promoter के पास कुल 42.02 % शेयर है।

और उस 42.02 % के भी 2.36 % शेयर Pledge किए गए है।

आप भी किसी भी Company के Promoter की Holding और उसकी Pledged Shareholding जान सकते है।

इसके लिए MoneyControl पर जाए।

फिर ऊपर Search Bar में Company का नाम Search करे।

अब बाई तरफ एक ShareHolding का विकल्प दिखेगा उसमे Click करे।

जिस से हमने जो Page ऊपर देखा वैसा ही Page खुल जाएगा।

जिसमे दोनों जानकारी दी हुई होगी।

 

Pledged Shares as % of Total Shares Issued vs Pledged Shares as % of Total Shares Held :


Jubilant Foodworks के उदाहरण में हमने देखा की Pledged Shares 2.36 % थे।

यह 2.36 %, Pledged Shares as % of Total Shares Held ना की Pledged Shares as % of Total Shares issued.

इन दोनों के बिच में बहुत बड़ा फर्क है।

उदाहरण के तौर पर Company B है जिसने अपने कुल 10000 shares issue किए है।

जिसमे से Promoter के पास 50 % यानी 5000 शेयर है।

अब उसने उन 5000 शेयर में से 1000 शेयर गिरवी रख दिए।

तो यह 1000 शेयर 20 % है Promoter के कुल 5000 शेयर के।

जिसे Pledged Shares as % of Total Shares Held कहेंगे।

जबकि वही 1000 शेयर 10 % है कुल Issue किए गए शेयर के।

क्युकी कुल 10000 शेयर Issue किए गए है जिसमे से Promoter ने 1000 शेयर गिरवी रखे है।

इस 10 % को Pledged Shares as % of Total Shares Issued कहेंगे।

इस लिए आप कही से भी यह जानकारी ले लेकिन यह देख ले की इन दोनों में से कौनसा दिया है वह जरूर देख ले।

क्युकी ऐसा हो सकता है, की Promoter के पास Company ने Issue किए हुए कुल 1 लाख Share में से सिर्फ 1000 शेयर ही हो।

और उसने सभी 1000 शेयर गिरवी रख दिए हो।

तो Pledged Shares as % of Total Shares Issued होगा सिर्फ 1 %.

जिस से देखने वाले को लगेगा सिर्फ 1 % .

लेकिन असल में Pledged Shares as % of Total Shares Held होंगे 100 %.

जिसका मतलब है, Promoter के पास उसके एक भी Share का Control नहीं है।

इस तरह एक निवेशक की इस चीज़ को देखने में हुई इस एक गलती की वजह से उसे बहुत बड़ा नुकसान भी हो सकता है।

इस लिए Pledged Shareholding देखते समय हमें ठीक से देखना चाहिए की हम कौनसी देख रहे है।

 

कितने % Pledged Holding बहुत कम Risky है ?


वैसे तो Pledged Shares होने ही नहीं चाहिए। अगर ऐसा है, तो वह एक बहुत बड़ा Positive Point है।

लेकिन बाजार में Analysis करने वाले कई निवेशकों का मानना है, की Pledged Shareholding as % of Total Shares Held 25 % निचे हो तो वह बहुत कम जोखिम भरा है।

और मेरे अनुसार तो हमें जितना हो सके उतना जिस Pledging वाली कंपनी में निवेश से बचना ही चाहिए।

लेकिन हमेंसा तो ऐसा नहीं हो सकता।

इस लिए अगर Promoter के कुल शेयर में से 10 % तक शेयर गिरवी हो तो उसमे निवेश किया जा सकता है।

FAQs

  1. Pledging of Shares क्या होता है?

    Pledging of shares का मतलब है शेयर को कर्ज़ के एवज मे गिरवी रखना।

  2. शेयर की pledging करना अच्छा है या बुरा है?

    शेयर pledge करने का मतलब कर्ज़ के लिए शेयर गिरवी रखना, जो की यह बताता है की कंपनी के पास पैसो की कमी है। एक लिमिट तक शेयर की pledging हो तब तक ज्यादा समस्या नहीं होती। अगर limit से ज्यादा अगर promoter शेयर pledge कर देता है, किसी खराब संजोगों मे पैसा चुका न पाने के कारण promoter का बड़ा हिस्सा दूसरे व्यक्ति के हाथ मे चला जा सकता है। जो कंपनी को नुकसान कर सकता है।

निष्कर्ष:

तो दोस्तों यह थी Pledging of Shares के बारे में पूरी जानकारी। उम्मीद करता हु आपके लीए यह जानकारी बहुत ही उपयोगी साबित हुई होगी। अगर आपके लिए यह जानकारी उपयोगी हो तो आप इस post को अच्छे star की रेटिंग देकर हमे मदद कर सकते है। (Star Rating देने का विकल्प आपको इस पोस्ट मे सबसे ऊपर Photo के नीचे मिलेगा।)

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By Gaurav

Gaurav Popat एक निवेशक, ट्रेडर और ब्लॉगर है, जो की शेयर बाज़ार मे बहुत रुचि रखता है। वह साल 2015 से शेयर बाज़ार मे है। पिछले 7 साल मे खुद अलग अलग जगह से सीख कर और अनुभव के आधार पर शेयर बाज़ार और निवेश के विषय मे यहा पर जानकारी देता है।