क्या आप शेयर बाजार में निवेश करके बढ़िया रिटर्न पाना चाहते है ?
तो आप सही जगह पर आए है।
यहाँ से आप जान सकते है, तीन ऐसे तरीके जीस के द्वारा आप शेयर बाजार से बढ़िया रिटर्न कमा सकते है।
इन तरीको को जान ने से पहले अगर आप शेयर बाजार के बारे में नहीं जानते तो पहले यहाँ से जान ले : शेयर बाजार क्या है ?
शेयर बाज़ार मे Invest करने के तीन बढ़िया तरीके :
शेयर बाजार में लंम्बे समय में निवेश करने से अच्छा रिटर्न मिलता है, यह बात तो आप जानते ही होंगे।
लेकिन लम्बे समय के लिए भी लोग तीन तरीके से निवेश करते है।
इन तीन तरीको में ,
- Value Investing in Stocks.
- RCA investing in Stocks.
- Via Mutual Fund investing in Stocks.
शामिल है।
1) Value Investing in Stocks :
क्या आपने कभी 100 रुपए की चीज़ 90 रुपए में खरीदी है ?
यदि खरीदी है।
तो अभिनन्दन आप भी Value Investing जानते है।
बस फर्क यह है, की आपने किसी और चीज़ की Value buying की होगी लेकिन यहाँ पर कंपनीओ के शेयर की खरीददारी करनी है।
इस से आप बहुत ही आसान भाषा में Value Investing को समझ गए होंगे।
वैल्यू निवेश के तरीके में निवेशक खुद से Share को Analyze कर के अपने लिए अच्छे अच्छे शेयर चुनता है।
फिर उन शेयर की कीमत कितनी होनी चाहिए उसका अनुमान लगाता है।
उसके बाद जब तक उस कंपनी के शेयर का दाम उसके अनुमानित दाम से अच्छा खासा कम न हो जाए तब तक वह उसमे निवेश नहीं करता।

लेकिन जब उसे वह 100 रुपए का शेयर 70 – 80 रुपए में मिल जाए तब उस शेयर को खरीदता है।
इन दोनों के बिच के अंतर को Margin Of Safety कहा जाता है।
Margin Of Safety रखने से वह अपने नुकसान को और भी कम कर देता है।
क्युकी ऐसा हो सकता है की उसके अनुमान से उस शेयर का मूल्य 100 हो लेकिन हकीकत में उस शेयर का मूल्य सिर्फ 90 ही हो।
अब अगर वह 100 रुपए में ही उन शेयर को खरीदेगा तो उसे नुकसान हो जाता।
लेकिन वही वो उस शेयर को 100 रुपए के बजाए 70 रूप में खरीदता है तो उसे नुकसान होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
2) RCA (Rupee Cost Averaging) Investing in Stocks :
दूसरा तरीका है, RCA यानी Rupee Cost Averaging .
इसका मतलब है किसी अच्छी चीज़ को एक निश्चित अंतराल में निश्चित रुपयो से खरीदना।
इसे ऐसे समजे।
लम्बे समय में अगर कंपनिया अच्छा व्यापर करेंगी तो उनके शेयर का दाम बढ़ेगा यह चीज़ तो आप जानते ही होंगे।
इसी चीज़ का लाभ RCA investing में उठाया जाता है।
इस तरीके में भी अच्छी कंपनिया ढूंढी जाती है,जिनका व्यापर अच्छा हो।
लेकिन उसके शेयर के दाम का अनुमान लगाने के बजाए इस तरीके में हर महीने या हर हफ्ते इन शेयर को ख़रीदा जाता है।
जैसे की अगर कोई व्यक्ति Reliance Industries में निवेश करना चाहता है, तो वह हर महीने 5000 रुपए से Reliance Industries के शेयर खरीदता है।
इसे लाभ यह होता है, की अलग अलग दाम पर शेयर ख़रीदे जाने से सभी शेयर के मूल्यों का औसत हो जाता है।
और लम्बे समय में उस शेयर का दाम बढ़ जाने से निवेशक को अच्छा लाभ मिलता है।
यह तरीका Mutual Fund में SIP के द्वारा निवेश करने जैसा ही तरीका है।
अगर आप SIP के बारे में जानते होंगे तो आप इस तरीके को अच्छे से समझ गए होंगे।
लेकिन अगर आप नहीं जानते है, तो आप निचे दिए गए लिंक से SIP का तरीका अवश्य समझ ले।
ताकि आपको यह निवेश का तरीका भी अच्छे से समझ आ जाए।
SIP बारे में आप यहाँ से पढ़ सकते है : SIP क्या है ?
3) Via Mutual Fund Investing in Stocks :
यह तरीका खुद से शेयर बाजार में निवेश करने का तरीका नहीं है, बल्कि म्यूच्यूअल फंड के द्वारा निवेश करने का तरीका है।
यह तरीका उन सभी लोगो के लिए है, जीन के पास इतना समय नहीं होता की वह खुद से अच्छी कंपनिया निवेश के लिए खोज सके।
ऐसे लोगो को किसी अच्छी Equity Mutual Fund में लम्बे समय के लिए निवेश कर देना चाहिए।

जिस से उनका निवेश भी हो जाए और उन्हें समय भी न निकालना पड़े।
म्यूच्यूअल फंड में बहुत सालो के अनुभव और ज्ञान वाले फंड मैनेजर को रखा जाता है।
और वह खुद ही निवेश के लिए अच्छी कंपनिया ढूंढते है, जिस से निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिल सके।
म्यूच्यूअल फंड के बारे में अधिक जानकारी आप यहाँ से ले सकते है :
Mutual Funds Basics in Hindi
Mutual Fund Hindi Investment Guide
ऊपर के दोनों तरीको से निवेश करने के लिए आपको Fundamental Analysis सीखना पड़ेगा।
जो आप हमारे Fundamental Analysis के section मे जा कर free मे सीख सकते है।
उम्मीद करता हु में आपको बढ़िया रिटर्न पाने के तीन तरीको के बारे में अच्छा ज्ञान दे पाया।
इनके अलावा एक और तरीका भी है, लेकिन वह इन सबसे अलग है, इस लिए हम उसे आने वाले दिनों में जानेंगे।
आपको कौनसा तरीका अच्छा लगा ?
हमें Comment कर के जरूर बताए।
Disclaimer : दोस्तों मैंने यहाँ पर Reliance Industries का उदाहरण सिर्फ आपको समझाने के लिए ही लिया है।
में कोई वित्तीय सलाहकार नहीं हु। इस लिए कोई भी निवेश अपने वित्तीय सलाहकार की सलाह से ही करे।