Why to Understand Business of a Company ?
वैसे तो यह पोस्ट सीधा Fundamental Analysis of Stocks से संबंधित नहीं है। लेकिन यह पोस्ट एक शेयर बाजार में निवेश करने वाले व्यक्ति के लिए बहुत काम की है।
इसमें हम जानेंगे की,
निवेश से पहले क्यू कंपनी के व्यापार को समझना जरुरी है ? (Why To Understand Business of a Company)
शेयर बाजार में किसी भी कंपनी में निवेश से पहले उसके व्यापार के बारे में समझना बहुत ही आवश्यक है।
इसके दो कारण है,
1) आपके द्वारा निवेश किए जाने के बाद अगर कंपनी अपने व्यापार में कुछ बदलाव करती है, तो आप इसके बारे में समझ सके।
और उस बदलाव से कंपनी के व्यापार में क्या फर्क आ सकता है, उसके बारे में आप जान सकेंगे।
जिस से आप उस बदलाव के बाद कंपनी निवेश लायक है,
या नहीं यह जानकर निवेशित रह सकते है, या निवेश से बहार निकल सकते है।
2) व्यापार को जान ने और समझने का दूसरा कारण है,
बाज़ार में मंदी के समय आप एक विश्वास के साथ उस कंपनी में निवेश कर सकते है।
एक उदहारण से समझे। (Example of why to Understand Business of a company) :
अभी एक साल पहले SEBI के द्वारा म्यूच्यूअल फंड की कंपनीया जो Expense Ratio चार्ज करती है, उसकी लिमिट कम कर दी गई थी।
अगर आप Expense Ratio के बारे में नहीं जानते तो बता दू की यही म्यूच्यूअल फंड बनाने वाली कंपनी की कमाई होती है।
ऐसे में Expense Ratio को कम कर के SEBI ने ऐसी कंपनी का मार्जिन कम कर दिया था।
जिससे ऐसी Mutual Fund की कंपनियो जैसे HDFC AMC , Reliance Nippon के शेयर अचानक बहुत गिर गए थे।
उस समय जो लोग उसके व्यापार को नहीं समझते थे उन्होंने अचानक शेयर बहुत ज्यादा गिरने से बेच दिए थे।
लेकिन जो लोग इसके व्यापार को समझते थे वह उसमे टिके रहे।
क्युकी वह जानते थे की सिर्फ कंपनीओ का मार्जिन कम हो गया है, लेकिन भारत में म्यूच्यूअल फंड में निवेश की अभी तो शुरुआत ही हुई है।
आगे जाकर म्यूच्यूअल फंड में निवेश और भी बढ़ेगा।
इसलिए मार्जिन कम होने के बाद भी वह कंपनी अच्छा पैसा कमाएगी।
कंपनी के अच्छा पैसा कमाने से उसके शेयर का दाम भी जरूर बढ़ेगा।
और ऐसा ही हुआ।
अभी कुछ ही दिन पहले HDFC AMC में अपना नया Life Time High 2096.75 रुपए का बनाया है।
हलाकि Reliance Nippon तो नया Life Time High नहीं बना पाई है।
लेकिन वह तो Anil Ambani Group में चल रही परेशानिओ की वजह से नहीं बढ़ी है।
बाकी उसका व्यापार तो अच्छा ही है।
तो इस तरह आप समझ गए होंगे की ,
क्यू हमें किसी भी कंपनी में निवेश से पहले उसके व्यापार को अच्छी तरह समझना चाहिए।
और जो व्यापार हमें समझमे आता है, उन्ही कंपनी में निवेश करना चाहिए।
लेकिन हम उन कंपनीओ के व्यापार के बारे में जाने कैसे ?
यह भी एक बहुत जरुरी सवाल है।
तो आइए जानते है, की कहा से समझे किसी भी कंपनी के व्यापार को।
3 Main Sources to Find Business Of a Company :
- Red Herring Prospectus (RHP).
- From Company’s website.
- Wikipedia page.
यह तीन ऐसे सबसे बड़े स्रोत है, जहा से आप इन कंपनीओ के व्यापार की जानकारी ले सकते है।
1) Red Herring Prospectus (RHP) (रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) :
RHP वह document है, जो कंपनिया अपने IPO के आवेदन करने के लिए SEBI को भेजती है।
इस RHP में कंपनी की तथा उसके Pramoter की पूरी कुंडली होती है।
जिस से आप वह कंपनी कहा से और कब शुरू हुए उस से लेकर आवेदन करने तक की पूरी जानकारी ले सकते है।
कंपनी के Pramoter के बारे में पूरी जानकारी होती है।
इस RHP में कंपनिया खुद ही अपने व्यापार के बारे में बहुत विस्तार से बताती है।
जहा से आप उसके पुरे व्यापार को बहुत बढ़िया से समझ सकते है।
हलाकि यह जानकारिया तब की होती है, जब कंपनी ने IPO के लिए आवेदन किया था।
लेकिन फिर भी आप उसके व्यापार को तो समझ ही पाएंगे।
वैसे तो यह document बहुत बड़ा होता है, लेकिन सिर्फ व्यापार के बारे में आप कुछ पेज पढ़कर ही समझ सकते है।
इसके लिए आपको RHP के Index में जा कर देखे की ‘Our Business’ किस पेज से शुरू हो रहा है, वह देखना पड़ेगा।
और उस ही पेज से पढ़ना शुरू करना पड़ेगा।
लेकिन,
कहा से खोजे Red Herring Prospectus (RHP) ?
कंपनीओ का RHP आप Google पर कंपनी के नाम के साथ rhp लिख कर Search कर के खोज़ सकते है।
जैसे अगर आप को DMART का RHP चाहिए तो Google में Search करे : ‘DMART RHP’
सबसे पहले की SEBI की website की लिंक मिलेगी।
उस लिंक में उस कंपनी का RHP ही होगा जिसे आप पढ़ सकते है।
हा लेकिन जो कंपनिया दिसंबर 2003 से पहले लिस्ट हुई थी उनके RHP आपको नहीं मिलेंगे।
मगर इतनी पुरानी कंपनीओ के बारे में तो आप पहले से ही जानते होंगे।
जैसे Maruti Suzuki (जुलाई 2003) और HDFC Bank (मई 1995) .
इस RHP से आप उस कंपनी के पुरे व्यापार को अच्छी तरह से समझ जाएंगे।
कंपनी के व्यापार के बारे में समझने का दूसरा बड़ा स्रोत है,
2) कंपनी की खुद की वेबसाइट (Company’s Website) :
किसी कंपनी की खुद की वेबसाइट ऐसा दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है, जिस से हम उसके Business के बारे में जान सकते है।
अब तो सभी बाज़ार में लिस्टेड कंपनीओ की खुद की कोई न कोई वेबसाइट तो जरूर होती है।
उसके ‘About us या About Company ‘ के पेज पर जा कर आप उस कंपनी के Business के बारे में जान सकते है।
किसी भी कंपनी की वेबसाइट आप सीधे Google में Search कर के ढूंढ सकते है।
इसके लिए आपको उस कंपनी के नाम के साथ website शब्द लिख कर Search करना पड़ेगा।
जैसे अगर आपको Maruti Suzuki की वेबसाइट खोजनी है, तो इस तरह Search करे : “Maruti Suzuki Website”
ऐसे Search करने से आपको सबसे पहली लिंक में ही कंपनी की Website मिल जाएगी।
फिर आपको उस के About us में जा कर उसके बारे में अच्छी तरह पढ़ना और उसे समझना होगा।
कंपनी के व्यापार के बारे में समझने का तीसरा बड़ा स्रोत है,
3) Wikipedia :
Wikipedia एक ऐसा जानकारी का स्रोत है, जिसमे आपको करीब करीब सभी चीज़ो की जानकारी मिल जाएगी।
इस लिए आप Wikipedia से भी इन Companies के Business के बारे में पढ़ सकते है।
ऐसा करने के लिए आप Wikipedia की वेबसाइट में जा कर उस कंपनी का नाम सर्च करे।
जिस से आपको उस कंपनी से जुडी सारी जानकारी मिल जाएगी।
जैसे आपको ICICI LOMBARD के बारे में जानना है, तो आप Wikipedia में जाए।
और Search bar में ICICI LOMBARD लिख कर Search करे।
जीस से आपको ICICI LOMBARD के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी।
इन सबके आलावा आप कुछ कंपनीओ के स्टोर में जा कर तथा उनके Product या Service को खरीदकर भी उनके बारे में जान सकते है।
जैसे आप D’MART के Store में जाकर और वह से कुछ खरीदारी कर के उसके बारे में जान सकते है।
इस तरह आप इन 3 बड़े स्रोत के द्वारा किसी Company का Business समझ सकते है।
तो अब आप जान चुके होंगे की
क्यू किसी कंपनी के शेयर में निवेश से पहले उसके व्यापार को समझना चाहिए और कैसे जाने उनके व्यापर को ? (How and Why to Understand Business of a Company?)
उम्मीद करता हु की आप आगे से किसी भी Company के शेयर खरीदने से पहले उसके Business के बारे में जरूर समझेंगे।
[ Disclaimer : इस पोस्ट में दिए गए कंपनीओ के नाम केवल उदहारण के लिए है।
में किसी की उनमे निवेश की सलाह नहीं दे रहा हु। कोई भी निवेश अपने वित्तीय सलाह कार के सलाह पर ही करे। ]